अपने घरों से करे संस्कारों की शुरुआत- सविता सोहाने
अनूपपुर। अभिमन्यु अभियान का मुख्य उदेश्यत बाल्यकाल से ही पुरुषों में लैगिंक समानता एवं एक दूसरे के प्रति सम्मान की भावना जाग्रत करना है, जिस प्रकार अभिमन्यु ने गर्भावस्था में ही माता-पिता से ज्ञान प्राप्त किया था ठीक उसी प्रकार अभिभावकों को भी अपने बालको को बाल्यकाल से ही सामाजिक, नैतिक,मनोवैज्ञानिक एवं कानूनी ज्ञान देकर जागरूक किया जाना आवश्यक है। महिलाओं के प्रति विशेष सम्मान की भावना जाग्रत कर महिला अपराधों के प्रति संवेदनशील बनाना, शिक्षा के माध्यम से विभिन्न अपराधों की जानकारी देकर उनके दुष्परिणाम से अवगत कराया जाना चाहिये,समय-समय पर बालकों के क्रियाकलापों का आकलन कर उनके दुष्परिणामों से अवगत कराया जाना चाहिये,प्रारंभिक अवस्था से ही प्रत्येक महिला के प्रति सम्मान एवं आदर का दृष्टिकोण रखने हेतु प्रोत्साहित किया जाना चाहियें।युवा वर्ग को महिला अधिकारों के प्रति अवगत कराकर महिलाओं को अपने विचार रखने की स्वतंत्रता एवं उनके विचारों के प्रति सम्मानजनक भाव रखने की शिक्षा दी जानी चाहियें। वर्तमान में तकनीकों के माध्यम से समाज में जो अश्लीलता व्याप्त है,उनसे दूर कर शिक्षा पर जोर दिया जाना चाहिये। शुक्रवार को कलेक्ट्रेट स्थिति सभागार में जिले के समस्त थानों के महिला अधिकारियों की बैठक एआईजी महिला अपराध भोपाल किरणलता केरकेट्टा ने कही।
उन्हो ने कहा मध्यप्रदेश पुलिस महिला सुरक्षा शाखा द्वारा महिलाओं एवं बालिकाओं के विरूद्ध हो रहे अपराधों एवं घरेलू हिंसा की रोकथाम तथा सुरक्षित वातावरण उपलब्ध कराने के उदेश्य से विशेषकर पुरूषों को जागरूक करने हेतु पूर्वानुसारइस बार भी विशेष जागरुकता अभियान "अभिमन्यु" 03 अक्टूबर से 12 अक्टूबर तक चलाया जा रहा हैं। इस अभियान में जिले के मुख्य संस्थान से मैराथन दौड़ का आयोजन कर अधिक से अधिक पुरुष वर्ग को सम्मिलित किया जायेंगा। साथ ही उन्हें "मैं हूँ अभिमन्यु" के पोस्टर सहित सहयोग, सम्मान एवं समानता टैगलाईन लिखी हुई टीशर्ट वितरित किए जायेंगे। इसमे पुलिस अधीक्षक के साथ समस्त वरिष्ठ अधिकारी, अधीनस्थ स्टॉफ तथा महिलाओं एवं बच्चों के क्षेत्र में कार्य करने वाली स्थानीय एनजीओ तथा अन्य सहयोगी शासकीय विभाग के प्रभारी की उपस्थिति सुनिश्चित की जायेंगी। महिला सुरक्षा शाखा,पुलिस मुख्यालय द्वारा अभिमन्यु अभियान के संबंध में तैयार किये गये पोस्टर्स, पोस्टर्स पुस्तिका,नुक्कड़ नाटक की स्क्रिप्ट,प्रश्नावली एवं जागरुकता हेतु लघु फिल्म उपलब्ध कराई जा चुकी है।
डीआईजी सविता सोहने ने कहा कि लोगो को अपने घरों से ही संस्कार की शुरुआत करने की जरूरत है,महिलाए सिर्फ नौकरी ही नही सोशल सर्विस कर अन्य दूसरी महिलाओं और लड़कियों को सुरक्षित करने का कार्य करे। पुलिस विभाग,राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन तथा महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा सम्मिलित रूप से स्कूल,कॉलेज के छात्र एवं शिक्षको,इसके अलावा समाज की धारा से वंचित समुदायों,झुग्गी बस्ती में निवास करने वाले मजदूर वर्ग के लोगो के साथ ही बसों के कंडक्टर, ड्राइवर,शहर नगर के गली नुक्कड़ों तथा शासकीय एवं अशासकीय संस्थाओं में जाकर लोगो को अभिमन्यु अभियान के तहत प्रचार प्रसार कर जागरूक करने का प्रयास करेंगे।
बैठक में मुख्य रूप से अनूपपुर पुलिस अधीक्षक मोतीउर रहमान,अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक इसरार मंसूरी,एसडीओपी सुमित केरकट्टा,थाना प्रभारी अरविंद जैन,महिला बाल विकास विभाग तथा राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के अधिकारी कर्मचारी उपस्थित रहे।
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