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शुक्रवार, 16 फ़रवरी 2024

मां नर्मदा की छाया में प्रदेश खुशहाल और हरा भरा बना रहे - मुख्यमंत्री


नर्मदा जन्मोत्सव पर मां नर्मदा की पूजा अर्चना
, कन्या पूजन एवं कन्या भोज हुए शामिल

अमरकंटक में सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट सहित 55 करोड 24 लाख से अधिक के निर्माण कार्यों का किया लोकार्पण    

अनूपपुर। पवित्र नगरी अमरकंटक में नर्मदा उद्गम मंदिर में नर्मदा जन्मोत्सव के अवसर पर प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव शामिल हुए। मां नर्मदा उद्गम स्थल में पहुंचकर मां नर्मदा की पूजा अर्चना की तथा प्रदेश के कल्याण और सुख समृद्धि के लिए मां नर्मदा से कामना की। नर्मदा मंदिर परिसर में कन्या पूजन एवं कन्या भोज कार्यक्रम में शामिल हुए। इसके पश्चात भोज व भंडारा के कार्यक्रम में शामिल होने के साथ ही भंडारा प्रसाद रसोई में पहुंचकर सेवा दी।

नर्मदा महोत्सव में अमरकंटक आए मुख्यमंत्री मोहन यादव ने कहा कि नर्मदा प्रदेश की खुशहाली का प्रतीक है,  जिससे यहां की उन्नति है। इनकी छाया हम सब पर बनी रहे प्रदेश हरा-भरा रहे। ऐसी हम माता नर्मदा से प्रार्थना करते हैं। इस पावन अवसर पर मैं यहां आया हूं नर्मदा माई के दर्शन किए उनकी कृपा हम सभी पर बनी हुई है। यह बात प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने अमरकंटक में नर्मदा मंदिर पूजन उपरांत कही।

अमरकंटक में सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट सहित 55 करोड 24 लाख से अधिक के निर्माण कार्यों का किया लोकार्पण    

प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने शुक्रवार को अमरकंटक में सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट सहित अनूपपुर जिले के विभिन्न विभागों के अंतर्गत कराए गए 55 करोड़ 24 लाख 01 हजार रुपये की लागत से निर्मित 11 निर्माण कार्यों का लोकार्पण किया। मुख्यमंत्री ने लोक निर्माण विभाग सेतु अंतर्गत 306.66 लाख की लागत से कोतमा-निगवानी-बिजुरी मार्ग के चैड़ार नाला पर निर्मित पुल, 240.29 लाख की लागत से कोतमा-निगवानी-बिजुरी मार्ग के लटगुड़ा नाला पर निर्मित पुल, 1083.79 लाख की लागत से जैतहरी-सिवनी-सेमरवार मार्ग के हसियां नाला पर निर्मित पुल, 898.33 लाख की लागत से राजेन्द्रग्राम-जैतहरी-कोतमा मार्ग में सोन नदी (महुदा घाट) पर निर्मित पुल, नगरीय प्रशासन एवं विकास विभाग (कार्यालय नगर परिषद अमरकंटक) अंतर्गत 2115 लाख की लागत से बनाए गए सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट, जनजातीय कार्य विभाग अंतर्गत 376.26 लाख की लागत से बनाए गए 10 कक्षों के शा.उ.मा.वि. बेलडोंगरी तथा 403.68 लाख की लागत से बनाए गए आदिवासी सीनियर कन्या छात्रावास जैतहरी, स्वास्थ्य विभाग अंतर्गत 50 लाख की लागत से सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र कोतमा में बनाए गए ब्लाक पब्लिक हेल्थ यूनिट तथा 50 लाख की लागत से सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र पुष्पराजगढ़ में बनाए गए ब्लाक पब्लिक हेल्थ यूनिट का लोकार्पण भी किया।

हैलीपैड में आत्मीय स्वागत

प्रदेश के मुख्मंत्री डॉ.मोहन यादव अनूपपुर जिले के अमरकंटक प्रवास पर पोड़की हेलीपैड पहुंचने पर जनप्रतिनिधियों और प्रशासनिक अधिकारियों ने आत्मीय स्वागत किया। मुख्यमंत्री के हैलीपैड पहुंचने पर मध्य प्रदेश शासन के राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) कुटीर एवं कुटीर एवं ग्रामेाद्योग मंत्री दिलीप जायसवाल, अध्यक्ष मध्य प्रदेश कोल विकास प्राधिकरण रामलाल रौतेल, संभागायुक्त शहडोल गोपाल चन्द्र डाड, एडीजीपी डीसी सागर, डीआईजी सविता सोहने, कलेक्टर आशीष वशिष्ठ, पुलिस अधीक्षक जितेन्द्र सिंह, समाजसेवी रामदास पुरी सहित अन्य जन प्रतिनिधि एवं प्रशासनिक अधिकारी उपस्थित रहें।

गुरुवार, 15 फ़रवरी 2024

अंधविश्वास में फंस कर आरोपित ने रघुवर के सिर को धड़ से किया था अलग

अंधी हत्या का 48 घंटे के अंदर पुलिस ने किया खुलासा

अनूपपुर। राजेन्द्रग्राम थाना अंतर्गत ग्राम शिवरी चंदास में 12 फरवरी को 48 वर्षीय अधेड़ का धड़ उसके सिर से अलग कर हत्या किए जाने के मामले में पुलिस ने भीमसेन परस्ते को गिरफ्तार करते हुए उसके खिलाफ धारा 302 के तहत मामला दर्ज कर मामले को विवेचना में लिया है।, भीमसेन ने अंधविश्वास में फंस कर मृतक से झाड़ फूंक कराने से पूरे परिवार में परेशानी आ गई थी, जिसके कारण भीमसेन परस्ते ने इसका जिम्मेदार राघुवर सिंह आयाम को मानते हुए उसकी हत्या कर दी।

यह था मामला

ग्राम शिवरीचंदास में सोमवार 12 फरवरी को सरपंच द्वारा गांव के पूर्व सरपंच राजू सिंह गोड़ के खेत में रघुवर सिंह आयाम पिता स्व. भद्दू सिंह उम्र 48 वर्ष का शव ग्रामीणों द्वारा देखा गया, धारदार हथियार से मृतक का सिर उसके धड़ से अलग कर दिया गया था। सूचना पर मौके पर पहुंची पुलिस घटना स्थल का निरीक्षण कर वरिष्ठ अधिकारियों सहित एफएसल टीम एवं पुलिस ने घटना स्थल का निरीक्षण करते हुए गांव के लोगो से पूछताछ में ज्ञात हुआ कि मृतक और भीमसेन आखिरी बार दिखे थे। परिजनों एवं ग्रामीणों ने बताया कि मृतक खेती किसानी के साथ ही झाड़-फूंक का काम करता था। इस दौरान 14 वर्षीय नाबालिग ने बताया कि उसने मृतक रघुवर सिंह को गांव के ही भीमसेन परस्ते के साथ दुकान में आकर नारियल व अगरबत्ती लेना तथा उसके उपरांत दोनो को साथ में जाना बताया। इसी समय मृतक को आखिरी बार देखा गया था, जिसके बाद पुलिस ने संदेह के आधार पर भीमसेन परस्ते से पूछताछ पर हत्या करना स्वीकार किया। अंधी हत्या का खुलासा करने पर अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक ने 14 वर्षीय बालक को 30 हजार रूपए की ईनाम की राशि प्रदान करने की बात कही।

राजेन्द्रग्राम थाना प्रभारी प्रवीण साहू ने बताया कि भीमसेन परस्ते ने बताया कि 9 फरवरी शुक्रवार को मृतक रघुवर सिंह को लगभग 4.30 बजे के लगभग पूर्व सरपंच राजू सिंह के खेत में झाड़ फूंक के उद्देश्य से ले गया था। जहां टंगिया से सिर पर तब तक वार किया जब तक की उसका सिर उसके धड़ से अलग नही हो गया। इसके बाद रघुवर की पहचान ना हो इसके लिए उसके चेहरे पर पत्थर पटककर उसका पूरा चेहरा खराब कर दिया और उसके जेब से आधारकार्ड और मोबाईल, पत्थर तथा टंगिया लेकर अनूपपुर रोड की तरफ भागा और कुछ ही दूरी पर रक्त रंजित पत्थर फेंक दिया और टंगिया लेकर मैं अपने घर में छिपाकर दिया और पहने हुये कपड़े, रघुवर का मोबाईल और आधारकार्ड छिपाकर रख दिया। 

अंधविश्वास में आकर की थी हत्या

आरोपित ने बताया कि बीते 6 माह से मेरी पत्नी से मेरी अक्सर लड़ाई झगड़ा होता था और मेरे दोनों बच्चों की तबियत भी खराब रहती थी, जिसके लिये मैं रघुवर सिंह से झाड़ फूंक कराता था। इसके बाद भी मेरी पत्नी करीब 3 माह पहले मुझे छोड़कर अपने मायके चली गई और बच्चे वैसे ही बीमार रहते और परेशानी बढ़ गई। मुझे लगा कि रघुवर सिंह की झाड़ फूंक के कारण ही मेरे घर में परेशानी आ रही है। तब रघुवर सिंह को मारने का प्लान बनाया, जिसमें झाड़ फूंक का बोलकर उसे पूर्व उपसरपंच राजू सिंह के खेत में रोककर झाड़ फूंक का सामान लेने अपने घर गया। जहां से टंगिया लेकर आया, तब तक रघुवर आयाम वहीं पर खड़ा था, जहां मैने अचानक उसपर टंगिया से हमला कर उसकी हत्या कर दिया। 

आरोपित द्वारा हत्या स्वीकार करने के बाद पुलिस ने उसे गिरफ्तार करते हुए घटना में प्रयुक्त हथियार टंगिया, पत्थर, घटना के दौरान आरोपी के पहने कपड़े एवं घटनास्थल से जप्तसुदा सामग्री को जप्त कर डीएनए जांच के लिए एफएसएल सागर भेजा गया है। इसके साथ ही अंधी हत्या का खुलासा करने पर अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक द्वारा 14 वर्षीय नाबालिग बालक को 30 हजार रूपए की ईनाम की राशि प्रदान करने की बात कही गई, जिसके कारण इस अंधी हत्या को सुलझाने में पुलिस को सहायता मिल सकी है।

तकनीकी प्रगति में बुनियादी ढांचे के विकास और अनगिनत नवाचारों जो जीवन की गुणवत्ता को बढ़ाते हैं- आकाश सिंह तिवारी

जेके सीमेंट ने सीमेंट की कार्यशाला में प्रकार, उपयोग, गुणवत्ता मानक की दी गई जानकारी

अनूपपुर। जेके सीमेंट ने समय-समय पर निर्माण से जुड़े लोगों की कार्यशाला का आयोजन कर इससे जुड़े सुझाव लेकर बेहतर करने का प्रयास करता हैं। अनूपपुर में जेके सीमेंट ने गृह निर्माता की कार्यशाला का आयोजन कर जेके सुपर एवं जे के स्ट्रांग सीमेंट के बारे में जानकारी दी गई। जेके सीमेंट के द्वारा चलाए जा रहे जीके बिल्ट एक्सपर्ट अप के तहत सीमेंट की खरीदी एवं सर्विसेस की जानकारी दी गई।

जेके सीमेंट के रिलेशनशिप एग्जीक्यूटिव मैनेजर आकाश सिंह तिवारी ने बताया कि सीमेंट इंजीनियरिंग में एक महत्वपूर्ण तत्व है और यह किसी भी इंजीनियरिंग परियोजना के लिए महत्वपूर्ण है। कार्यशाला के माध्यम से सीमेंट के प्रकार, उपयोग, गुणवत्ता मानक, और अन्य महत्वपूर्ण विषयों के बारे में सीख सकते हैं, जो उनके इंजीनियरिंग परियोजनाओं में मदद कर सकते हैं। उन्होंने बताया की ठेकेदार, राजमिस्त्री उल्लेखनीय योगदान और नवाचार और विशेषज्ञता के माध्यम से हमारी दुनिया को आकार देने में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका हैं। तकनीकी प्रगति, बुनियादी ढांचे के विकास और अनगिनत नवाचारों के पीछे प्रेरक शक्ति हैं जो हमारे जीवन की गुणवत्ता को बढ़ाते हैं।

इस अवसर पर जेके सुपर सीमेंट के एरिया मैनेजर सेल्स राकेश तिवारी तकनीकी अधिकारी अंकित ठाकरे,सोनू साहू विपणन अधिकारी रवि पांडे जेके सुपर सीमेंट के डीलर उत्कर्ष केशरवानी सहित गणमान्य नागरिक मौजूद रहें।

तीन दिवसीय नर्मदा महोत्सव की शुरुआत माँ नर्मदा की शोभायात्रा से

  

नर्मदा मंदिर उद्गम से निकाली झांकी गई, ट्रेकिंग में अमरकंटक की नैसर्गिक सुंदरता को करीब से देखा युवाओं ने

अनूपपुर। पवित्र नगरी अमरकण्टक में तीन दिवसीय नर्मदा महोत्सव की शुरुआत 15 फरवरी से माँ नर्मदा की शोभायात्रा निकाल कर शुरुआत की गई। माँ नर्मदा के उद्गम स्थल मंदिर से मां नर्मदा की सुसज्जित झांकी के साथ शोभायात्रा से तीन दिवसीय अमरकंटक नर्मदा महोत्सव का शुरुआत हुई। इस अवसर पर माँ नर्मदा मन्दिर, उद्गम स्थल एवं मंदिर परिसर को आकर्षक ढंग से सजाया, संवारा गया है।

पतित पावनी मां नर्मदा के उद्गम स्थल अमरकंटक में गतवर्ष की भांति इस वर्ष भी तीन दिवसीय नर्मदा जन्मोत्सव का आयोजन 15 फरवरी से मां नर्मदा मंदिर प्रांगण अमरकंटक से मां नर्मदा शोभा यात्रा से की गई। शोभायात्रा श्रीनर्मदा मंदिर उद्गम से पूरे नगर में गाजे बाजे ढोल नगाड़े स्थानीय कलाकारों ने अपने कला का प्रर्दशन करते हुए शामिल हुए। इस दौरान पूरे अमरकंटक को दुल्हन की भांति सजाया गया। मां नर्मदा का प्राकट्य स्थल नर्मदा उद्गम कुंड है। शोभायत्रा के रास्ते में भक्तों द्वारा जगह-जगह पर श्रद्धालुओं द्वारा स्वागत किया गया। इस दौरान कल्याण आश्रम के प्रमुख हिमांद्री मुनी महाराज, शांति कुटी के महंत श्रीराम भूषण दासजी महाराज, नर्मदा मंदिर के पुजारी नीलू महाराज सहित भारी भीड़ रही। वहीं 16 फरवरी को मॉ नर्मदा के प्रकटोत्‍सव पर मॉ नर्मदा की विषेश पूजा अर्चना की जायेगी।  

शोभायात्रा में सांसद हिमाद्री सिंह, विधायक फुन्देलाल सिंह मार्को, अमरकंटक नगर परिषद अध्यक्ष पार्वती सिंह, उपाध्यक्ष रज्जू सिंह नेताम, विंध्य विकास प्राधिकरण के पूर्व उपाध्यक्ष रामदास पुरी, पूर्व विधायक सुदामा सिंह सिंग्राम एसडीएम पुष्पराजगढ़ दीपक पांडेय, एसडीओपी पुष्पराजगढ़ सोनाली गुप्ता,सहित व्यापारी, जनप्रतिनिधिगण, परिक्रमावासी, सामाजिक संगठनों के पदाधिकारी, विभिन्न आश्रमों, मंदिरों के साधु-संत, पुजारी, महिलाएं, श्रृद्धालु शामिल रहे। शोभायात्रा में लोक कला पथक दल तथा बैण्ड पार्टी के साथ ही नर्मदे हर का उदघोष करते श्रृद्धालु भक्तों ने उत्साह, उमंग के साथ सहभागिता की। शोभा यात्रा का जगह-जगह पर स्वागत किया गया

अमरकंटक नर्मदा जन्मोत्सव के प्रथम दिवस प्रातःकाल हुआ योगाभ्यास

माँ नर्मदा जन्मोत्सव आयोजन के तीन दिवसीय कार्यक्रम के प्रथम दिन गुरूवार की सुबह अमरकंटक स्थित मैकल पार्क में योगाभ्यास योग प्रशिक्षकों द्वारा कराया गया। योगाभ्यास में बड़ी संख्या में लोगों के साथ ही युवा एवं बच्चो ने सहभागिता निभाई। योगाभ्यास का कार्यक्रम 16 एवं 17 फरवरी को भी प्रातः 7:00 बजे से अमरकंटक स्थित मैकल पार्क में आयोजित किया जाएगा। योगाभ्यास में युवाओं के साथ नागरिक भी शामिल होकर स्वास्थ्य लाभ के साथ ही स्वस्थ जीवन शैली में योग के महत्व को जान रहे हैं।

अमरकंटक की नैसर्गिक सुंदरता को करीब से देखा युवाओं ने

अमरकंटक क्षेत्र को विशिष्ट पर्यटन नगरी के रूप में स्थापित करने हेतु प्राकृतिक वातावरण से जुड़ी गतिविधियाँ आयोजित की जा रही हैं। माँ नर्मदा का पवित्र उद्गम स्थल होने से यह क्षेत्र धार्मिक नगर के रूप में तो ख्याति प्राप्त है ही यहाँ का वातावरण एवं वनस्पतियाँ भी पर्यटकों को आकर्षित करने के लिए अहम हैं। महोत्सव में क्षेत्र की इन विशेषताओं से आम जनो को रू-ब-रू कराने हेतु जिला प्रशासन द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रमों के साथ-साथ योगाभ्यास एवं ट्रेकिंग की गतिविधियाँ आयोजित की जा रही हैं। जहां प्रतिदिन सुबह नर्मदा नदी के तट पर मैकल पार्क में योगाभ्यास के बाद अमरकंटक की सुंदर व सुरम्य वादियों में प्रतिदिन प्रातः 8 से 10 बजे तक  वन विभाग द्वारा प्रतिदिन ट्रेकिंग गतिविधि का आयोजन किया जा रहा है। महोत्सव में सांस्कृतिक कार्यक्रमों के साथ ट्रेकिंग गतिविधि विशेष रूप से युवाओं को आकर्षित कर रही हैं।

नर्मदा जन्मोत्सव : मुख्यमंत्री 16 फरवरी को अमरकंटक में मां नर्मदा का दर्शन कर लेगे आशीर्वाद


अनूपपुर। प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव 16 फरवरी को अनूपपुर जिले के अमरकंटक में मां नर्मदा का दर्शन कर लेगे आशीर्वाद लेगे। मुख्यमंत्री अमरकंटक में आयोजित विभिन्न कार्यक्रमों में शामिल होंगें। निर्धारित कार्यक्रमों के अनुसार 16 फरवरी को प्रातः 11.30 बजे अनूपपुर जिले के पोड़की हैलीपैड में उतरेगें जहां से मॉ नर्मदा मंदिर अमरकंटक पहुंचकर स्थानीय कार्यक्रमों में भाग लेकर मॉ नर्मदा मंदिर से पूजा अर्चना कर मां नर्मदा का दर्शन कर आशीर्वाद लेगे। दोपहर 1.15 बजे अमरकंटक सर्किट हाउस पहुंचेंगे। दोपहर 02.20 बजे पोड़की हैलीपैड में दोपहर 02.25 बजे हैलीकाप्टर से प्रस्थान करगें। 


कलेक्टर ने बैठक लेकर अधिकारियों को दिए दिशा निर्देश

अनूपपुर। मां नर्मदा जन्मोत्सव 2024 का कार्यक्रम पवित्र नगरी अमरकंटक में 16 फरवरी को प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के शामिल होने के संभावित कार्यक्रम के बाद सर्किट हाउस अमरकंटक सभागार में कलेक्टर आशीष वशिष्ठ ने आवश्यक तैयारियों संबंधी में अधिकारियों की बैठक कर व्यवस्थाओं के दिशा निर्देश दिए। बैठक में जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी तन्मय वशिष्ठ शर्मा एसडीएम पुष्पराजगढ़ दीपक पाण्डेय सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी उपस्थित रहें।

कलेक्टर आशीष वशिष्ठ ने प्रदेश के मुख्यमंत्री के आगमन को दृष्टिगत रखते हुए मां नर्मदा मंदिर में पूजा अर्जन कार्यक्रम में शामिल होने तथा अमरकंटक स्थित सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट के लोकार्पण व अन्य विकास कार्यों के लोकार्पण व भूमि पूजन की तैयारी की व्यवस्थाओं यातायात व्यवस्था, आवश्यकता अनुसार बैरिकेडिंग व्यवस्था, मंदिर परिसर में पूजा अर्चन, कन्या पूजन आदि के संबंध में अधिकारियों को शीध्र पूरा करने के निर्देश दिये। कलेक्टर ने बताया कि मुख्यमंत्री दोपहर 12 बजे मां नर्मदा मंदिर परिसर में पूजा अर्चन करेंगे। इसके बाद सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट का भ्रमण कर सकते है। इसलिए सभी व्यवस्थाओं को पूरा करने व अधिकारियों से चर्चा करते हुए तैयारी के संबंध में मार्गदर्शन प्रदान करते हुए दिशा निर्देश दिए।

बुधवार, 14 फ़रवरी 2024

परिजनों का आरोप: डीएफओं की प्रताडऩा से डिप्टी रेंजर प्रेमलाल ने की आत्महत्या

 


निलंबन की मानसिक प्रताडऩा से कुएं में कूदकर की थी आत्महत्या

अनूपपुर। वन परिक्षेत्र बिजुरी क्षेत्र अंतर्गत रामनगर डोला बैरियर में पदस्थ डिप्टी रेंजर प्रेमलाल बनवासी ने वनमंडलाधिकारी अनूपपुर सुशील कुमार प्रजापति की प्रताडऩा से तंग आत्महत्या कर लिए जाने का आरोप परिजनों द्वारा लगाये जाने के बाद करनपठार थाना में डीएफओं के खिलाफ शिकायत दर्ज करवाई गई थी, मामले को गंभीरता को देखते हुए मध्यप्रदेश शासन वन विभाग मंत्रालय भोपाल द्वारा 12 फरवरी को वनमंडलाधिकारी सुशील कुमार प्रजापति को अनूपपुर से हटाते हुए उनके स्थान पर वन मंडलाधिकारी दक्षिण शहडोल को अपने कार्य के साथ साथ वन मंडलाधिकारी अनूपपुर का अतिरिक्त प्रभारी श्रद्धा पंद्रे को सौंपा गया है।

यह है मामला

डिप्टी रेंजर प्रेमलाल बनवासी 10 फरवरी शनिवार को अपने निजी निवास बसंतपुर में अपने घर के कुएं में कूदकर आत्महत्या कर लिए जाने के बाद परिजनों ने डीएफओं अनूपपुर पर मानसिक प्रताडऩा का आरोप लगाते हुए करनपठार थाना में शिकायत दर्ज कराई थी, शिकायत पर परिजनों ने करनपठार पुलिस पर भी लीपापोती किए जाने का भी आरोप लगाते हुए कहा कि वनमंडलाधिकारी सुशील कुमार प्रजापति द्वारा प्रेमलाल वनवासी डोला रामनगर बैरियर डियूटी में लापरवाही का आरोप लगाते हुए एक तरफा कार्यवाही करते हुए 29 दिसम्बर 2023 को निलंबित कर दिया गया प्रेमलाल वनवासी आदिवासी होने के बावजूद डीएफओ अनूपपुर द्वारा बिना जांच किये या स्पष्टीकरण के सस्पेंड करते हुए उनपर मानसिक दवाब बनाते हुए आत्महत्या करने को मजबूर किया गया है। जिसके बाद पूरा परिवार न्याय पाने लगातार गुहार लगा रहा है।

आधा दर्जन कर्मचारी पूर्व में कर चुके थे शिकायत

कर्मचारियों को प्रताणित करने के आरोप वनमंडलाधिकारी अनूपपुर पर लगातार लग रहे थे। पूर्व में लगभग आधा दर्जन से अधिक अनूपपुर जिले के रेंजरों ने वनमंडलाधिकारी सुशील कुमार प्रजापति के खिलाफ मानसिक रूप से प्रताडि़त किए जाने की शिकायत दर्ज कराई गई थी। वनमंडलाधिकारी सुसील कुमार प्रजापति अनूपपुर पर आरोप था कि जब से वे वनमंडल अनूपपुर में पदस्थ हुए है तब से अपने अधीनस्थ कर्मचारियों जिनमें रेंजर बिजुरी, रेंजर कोतमा, रेंजर अनूपपुर एवं रेंजर पुष्पराजगढ़ के वन  परिक्षेत्राधिकारियों, सहायक वन परिक्षेत्राधिकारियों, अनुविभागीय अधिकारी वन, वन विभाग के समस्त बीट प्रभारियों को मानसिक रूप से प्रताडि़त करते रहते हैं।

अधिकारियों-कर्मचारियों को अनावश्यक किया जाता था निलंबित

डीएफओं सुशील कुमार प्रजापति के विरूद्ध किये गये भ्रष्टाचार एवं अधिकारियों-कर्मचारियों को मानसिक रूप से प्रताडि़त किये जाने तथा अनावश्यक रूप डीएफओं ने कई अधिकारियों एवं कर्मचारियों को निलंबित कर उन पर दबाव बनाया जाता था। उन पर वन विभाग के कर्मचारियों को अनावश्यक रूप से क्षेत्र के ग्रामीणों से वसूली कराये जाने जैसे रेत तस्करी, लकड़ी तस्करी सहित अन्य खनिज पदार्थो की काला बाजारी के कार्य कराये जाने का दबाव बनाया जाता था। जिसकी शिकायत रेंज परिक्षेत्र द्वारा 1 जनवरी को सीसीएफ शहडोल से किए जाने के बाद भी कोई संज्ञान नहीं लिया गया, जिसका दुष्परिणाम सीधी तौर पर एक डिप्टी रेंजर को अपनी जान देनी पड़ी।

इनका कहना है

ये प्रकरण फॉरेस्ट विभाग से संबंधित है एवं विभागीय है, लेकिन फिर भी पुलिस के समक्ष मामला आया तो पुलिस अधीक्षक इसकी जांच करेंगे, जिससे सत्यपता सामने आएगी।

डी.सी.सागर, एडीजीपी शहडोल

प्रदेश में टीबी मरीज चिन्हित करने एवं सेवा में अनूपपुर को मिला प्रथम स्थान, लक्ष्य से अधिक मरीजों को किया गया चिन्हित- नोडल अधिकारी डॉ.एस.सी राय

 


लायंस क्लब अनूपपुर टाउन ने 25 टीबी रोग रोगियों को निशुल्क किट का किया वितरण

अनूपपुर। प्रधानमंत्री द्वारा चलाया जा रहें टीबी रोग उन्मूलन कार्यक्रम का आयोजन जिला चिकित्सालय अनूपपुर में किया गया। पूरे जिले में इस बीमारी से पीड़ित लगभग 600 मरीज है अनूपपुर जिला छह रोग मरीज चिन्हित करने एवं सेवा में पूरे प्रदेश में प्रथम स्थान पर है। टीबी रोग के मरीजो को प्रधानमंत्री द्वारा चलाया जा रही निशुल्क योजना में दवाई एवं सहयोग राशि जो प्रदान किया जाता है। कार्यक्रम में लायंस क्लब अनूपपुर टाउन द्वारा 25 रोगियों को निशुल्क टीवी रोग किट प्रदान कर स्वास्थ्य विभाग को सहयोग प्रदान किया।  

जिला टीबी रोग विभाग के नोडल अधिकारी डॉ.एस.सी राय ने बताया कि अनूपपुर जिले में इस वर्ष क्षय रोगियो की 114 का लक्ष्य दिया गया था जिसमें विभाग के कुशल कर्मचारियों द्वारा जिले में 136 मरीजों को चिन्हित किया। जिले में इस बीमारी से पीड़ित लगभग 600 मरीज है, अनूपपुर जिला टीबी रोग मरीज चिन्हित करने एवं सेवा करने में पूरे प्रदेश में प्रथम स्थान पर है। छह रोग मरीजो को प्रधानमंत्री द्वारा चलाया जा रहा निशुल्क दवाई एवं सहयोग राशि जो प्रदान किया जाता है। नोडल अधिकारी डॉ. राय ने बताया कि लायन्स क्लब अनूपपुर द्वारा क्षय रोग के 25 मरीजों को निशुल्क भोजन सामग्री एवं टीबी रोग किट प्रदान कर स्वास्थ्य विभाग को सहयोग प्रदान किया है इसमे मरीजों को विटामिनस प्रोटीन युक्त खाद्य सामग्रियों दी गई हैं। ताकि क्षय रोग से ग्रसित मरीज जल्द स्वस्थ होकर इस रोग से छुटकारा पा सकें। मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने बताया कि अनूपपुर जिला शानदार सेवा कार्य कर रहा है इसी कारण क्षय रोग उन्मूलन में अनूपपुर जिला पूरे प्रदेश में अग्रणी है।  

लायंस क्लब अनूपपुर टाउन द्वारा आयोजित टीबी रोग उन्मूलन कार्यक्रम में मुख्य अतिथि सीएमएचओ अशोक अवधिया, जिला नोडल अधिकारी डॉ. एससी राय, टीबी रोग विशेषज्ञ डॉ. आरपी सोनी, लायंस क्लब के रीजन चेयरमैन दीपक सोनी, लायंस क्लब अध्यक्ष अमरदीप सिंह, चन्द्रकान्त पटेल, निरुपमा पटेल, राजेंद्र बियानी, हरिनारायण खेड़िया, मुकेश ठाकुर, अन्नपूर्णा शर्मा, कौशलेन्द्र सिंह, दीपक कुमार सोनी, पीएस राउतराय,राकेश गौतम,सरला भदोरिया, महेश कुमार दीक्षित, शिवकुमार गुप्ता, असीम मुखर्जी द्वारा पीडित मरीजों को किट भी प्रदान किया। संचालन लायन अशोक शर्मा आभार प्रदर्शन लायन शिवकुमार गुप्ता ने किया।  

घुनघुट्टी स्टेशन में तीसरी लाइन का कार्य: 9 दिनों के लिए 12 जोड़ी यात्री गाड़ियों का परिचालन पूणत: रहेगा बंद

 

अनूपपुर। अधोसंरचना विकास के कार्यों को शीघ्र पूरा करने दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे बिलासपुर मंडल के अनूपपुर- न्यू कटनी सेक्शन के घुनघुट्टी स्टेशन में तीसरी लाइन कनेक्टीविटी का कार्य 18 से 26 फरवरी 9 दिनों के लिए किया जायेगा। इस कार्य के फलस्वरूप अनूपपुर, शहडोल से गुजरने वाली 12 जोड़ी यात्री गाड़ियों का परिचालन पूणत: बंद रहेगा। वहीं 1 जोड़ी का मार्ग परिवर्तित किया गया हैं। रेल प्रशासन ने कहा कि कार्य के पूर्ण होते ही गाडियों के परिचालन में गतिशीलता आयेगी।

रद्द होने वाली गाडियां

चिरमिरी-चंदिया 20 से 25 फरवरी तक एवं 20 से 25 फरवरी तक चंदिया रोड- चिरमिरी पैसेंजर रद्द रहेगी। 19 से 25 फरवरी तक कटनी-चिरमिरी पैसेंजर,एवं 20 से 26 फरवरी तक चिरमिरी-कटनी पैसेंजर रद्द रहेगी। 19 से 25 फरवरी तक जबलपुर-अम्बिकापुर एक्सप्रेस, 20 से 26 फरवरी तक अम्बिकापुर-जबलपुर एक्सप्रेस रद्द रहेगी। 18 से 25 फरवरी2024 तक बिलासपुर-इंदौर नर्मदा एक्सप्रेस एवं 19 से 26 फरवरीतक इंदौर-बिलासपुर नर्मदा एक्सप्रेस रद्द रहेगी। 17 से 25 फरवरी तक बिलासपुर-भोपाल एक्सप्रेस एवं 19 से 27 फरवरी तक भोपाल-बिलासपुर एक्सप्रेस रद्द रहेगी। 18 से 25 फरवरी2024 तक बिलासपुर-रीवां एक्सप्रेस एवं 19 से 26 फरवरी तक रीवा-बिलासपुर एक्सप्रेस रद्द रहेगी। 19 से 25 फरवरी तक नागपुर-शहडोल एक्सप्रेस, 20 से 26 फरवरी तक शहडोल-नागपुर एक्सप्रेस रद्द रहेगी। 22 एवं 24 फरवरी को चिरमिरी-अनूपपुर पैसेंजर, 22 एवं 24 फरवरीको अनूपपुर-चिरमिरी पैसेंजर रद्द रहेगी। 21 एवं 23 फरवरी को रीवा-चिरमिरी एक्सप्रेस रद्द रहेगी। 22 एवं 24 फरवरी को चिरमिरी-रीवा एक्सप्रेस रद्द रहेगी। 19 एवं 22 फरवरी को लखनऊ-रायपुर गरीबरथ एक्सप्रेस एवं 20 एवं 23 फरवरीको रायपुर-लखनऊ गरीबरथ एक्सप्रेस रद्द रहेगी। 21 फरवरी को सांतरागाछी-जबलपुर एवं 22 फरवरी को जबलपुर-सांतरागाछी एक्सप्रेस रद्द रहेगी। 25 फरवरी को दुर्ग-अजमेर एक्सप्रेस एवं 26 फरवरी को अजमेर-दुर्ग एक्सप्रेस रद्द रहेगी।

परिवर्तित मार्ग की गाड़ी

बरौनी-गोंदिया एक्सप्रेस 18 फरवरी से 23 फरवरी तक एवं 19 फरवरी से 24 फरवरी तक गोंदिया-बरौनी एक्सप्रेस परिवर्तित मार्ग बालाघाट-नैनपुर-जबलपुर-कटनी के मार्ग से गंतव्य को रवाना होगी।  

 

 

शुक्रवार, 9 फ़रवरी 2024

रात को छोड़ भोर में बैठने लगा जुआं फड, दोस्ती निभा रहे फुनगा-केशवाही प्रभारी

 


प्रभारी का वाहन कर रहा रेत चोरी

अनूपपुर। फुनगा चौकी एवं शहडोल जिले के केशवाही चौकी प्रभारी की दोस्‍ती की खबरे लगातार नये-नये गूल खिला रहीं हैं। जुए के खेल की बरे प्रकाशित होने के बाद नया तरीका निकाला हैं। इतना ही नहीं क्षेत्र में कोई भी अवैध कार्यो के लिए फुनगा चौकी की अनुमति मिलने के बाद कब, कहां और किस तरह से जुए के खेल का संचालन होगा इसकी पूरी रणनीति तैयार करने के साथ स्थानों का मैपिंग किया गया है, सूत्र बताते है कि शिकायत होने पर प्रभारी द्वारा जुआं संचालन पर कार्यवाही करने बजाय सिर्फ खेलने का समय और जगह का परिवर्तन करवा दिया जाता है, जहां ताजे मामले में फुनगा चौकी क्षेत्र में अब रात नही बल्कि दिन में जुआं संचालन का समय नियत है। इतना ही नही प्रभारी द्वारा स्वयं ही एक डग्गी वाहन को किराए में लेकर कटना नदी से रेत चोरी करवाने तथा चटुआ गांव के आसपास बिना टीपी की गिट्टी का परिवहन कराया जा रहा है।  

भालूमाड़ा-फुनगा क्षेत्र में जुआं और रेत चोरी भालूमाड़ा थाना सहित फुनगा चौकी क्षेत्र अंतर्गत लाखों के जुआं फड़ का संचालन पूरे शहडोल संभाग में सुर्खियों में है। जहां जुआं सरगना अतुल मिश्रा से फुनगा प्रभारी का एैसा प्रेम जो कि अब जिले के लोगो की जुबान में है। लगातार शिकायतों वा सोशल मीडिया में लाखों का फड़ संचालन को रोकने जहां जिले के वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों द्वारा लगातार प्रयास किया जा रहा है, लेकिन प्रभारी द्वारा बनाये गए गेम प्लानिंग में जुआडिय़ो को पहले ही सूचना मिल जाती है। जिससे थक हार कर वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों द्वारा जुआडिय़ों के पुराने ठीहों में जेसीबी चलाकर गड्ढा तक करवा दिया गया है, लेकिन जुआं सरगना हर बार पुलिस से एक कदम आगे ही निकल जाता है। अब रात की जगह दिन में हुआ संचालन सूत्रो के अनुसार भालूमाड़ा वा फुनगा चौकी क्षेत्र में लाखों के जुआं संचालन में लग रहे दांव की शिकायत के बाद अब फड़ संचालक ने रात की जगह दिन में जुआ संचालन शुरू कर दिया है। जानकारी के अनुसार अब जुआं बदरा, सकोला गौशाला के पास, देवरी, देवगवां, देऊर बाबा सहित कई पुराने ठीहों को जुआं संचालन के लिए मैपिंग में लिया गया है। वहीं प्रभारी के संरक्षण में चल रहे लाखो के जुएं को पकडऩा पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों के लिए चुनौती बन गया है। जुआं फड़ संचालक की मुखबिरी भी इतनी सटकी बैठती है कि उनके आगे पुलिस की मुखबिरी को मात खानी पड़ रही है। लेकिन मजाल है जो भालूमाड़ा सहित फुनगा चौकी में चल रहे खुलेआम जुआं का लगाम कसते हुए फड़ संचालक को पुलिस अपने गिरफ्त में ले सके। प्रभारी की डग्गी केशवाही-फुनगा में ढो रही चोरी की रेत जुआं के बाद जहां फुनगा चौकी प्रभारी दूसरी मुसीबत में फंस चुके है। जहां प्रभारी ने रेत चोरी करने के लिए मिनी डंफर वाहन (डग्गी) किराए में ली गई। पहले तो प्रभारी ने ग्राम दैखल में गोडारू नदी दैखल घाट से रेत चोरी करवाने की तैयारी थी, लेकिन बात नही बनने पर उन्होने रेत चोरी करने का रूट चार्ट ही बदल दिया गया। जहां एक बार फिर दोस्ती निभाने के लिए केशवाही चौकी प्रभारी आशीष झारिया ने फुनगा प्रभारी की डग्गी को अपने क्षेत्र ग्राम पंचायत पड़रिया स्थित कटना नदी स्थित पड़रिया घाट सहित अन्य आसपास के घाटो से रेत चोरी की सहमति बनाई गई। जहां प्रभारी ने फुनगा चौकी से मात्र 5 से 6 किमी दूर स्थित कटना नदी के पड़रिया घाट तक पहुंच गए है। जो रेत लोड़ कर ग्राम चटुआ या फिर मझगवां-धनगवां के रास्ते फुनगा पहुंचती है। इसके साथ चटुआ में स्थित क्रेशरों से बिना टीपी के गिट्टी का परिवहन होने की सूचना है। 

इनका कहना है

जिला स्तर पर टीम बनाकर जुआं संचालन के खिलाफ कठोर कार्यवाही की जाएगी, क्षेत्र में जुआं, सट्टा और रेत पर जिले के सभी थानों एवं चौकी प्रभारियों को सख्त निर्देश दिए गए है। 

जितेन्द्र सिंह पवॉर, पुलिस अधीक्षक अनूपपुर 

 

गुरुवार, 8 फ़रवरी 2024

रेत माफिया के आगे नतमस्‍तक पुलिस एवं खनिज विभाग, जिला प्रशासन बना मूक दर्शक


जैतहरी पुलिस की शह पर 26 घाटों से हो रहा अवैध परिवहन, जिला पुलिस को चला रहा रेत माफिया

अनूपपुर। जिले के 18 रेत खदानों का नया सत्र शुरू होने के चौथे महीने में ही ठेकेदार ने माइनिंग कॉर्पोरेशन अनूपपुर की हीलाहवाली व जिले के पुलिस थानों द्वारा रेत माफियाओं को संरक्षण देने, रेत ठेकेदार को सहयोग नही करने पर ठेकेदार ने जिले की सभी खदानों को सरेंडर कर दिया है। जिसके बाद माइनिंग विभाग एवं पुलिस की कार्यप्रणाली पर कई सवाल खड़े हो गये है। अगर सिर्फ जैतहरी थाना क्षेत्र की बात की जाए तो जैतहरी थाना प्रभारी प्रकाश चंद्र कोल ने जैतहरी से निकलने वाली सोन, तिपान, अलान नदियों सहित गुर्जर नाला से लगभग 26 घाटों से सैंकड़ों ट्रैक्टर रेत का अवैध उत्खनन कर परिवहन की खुली छूट दी है। जिसके लिए बकायदे रेत माफियाओं द्वारा मोटा चढ़ावा थाना प्रभारी को चढ़ाया जा रहा है। रेत के अवैध खनन व परिवहन के मामले में जैतहरी पुलिस की कार्यवाही शून्य है। जबकि जैतहरी एवं वेंकटनगर क्षेत्र में तीन दर्जन से अधिक घाटों में प्रतिदिन सैंकड़ों ट्रैक्टरों व अन्य वाहनों से रात होते ही रेत की चोरी कर सड़को में फर्राटे मारते जैतहरी थाने के सामने निकलते है। 

जैतहरी थाना में कहां कितने घाट पूरे मामले में जब जैतहरी व वेंकटनगर थाना क्षेत्रों में आने वाले नदियों एवं नालों के घाटों का सर्वे किया गया तो अचभिंत करने वाला मामला सामने आया। अगर रेत निकाले जाने वाले घाटो की बात की जाए तो गुजर नाला से ग्राम उमरिया में महादेव घाट, बजरंग घाट, ददन घाट, चोलना में गुजर घाट, आमा घाट, मुंदरी घाट, ग्राम कुकुरगोड़ा में बेलहा घाट, ग्राम लपटा में जरेली घाट, भालूमाड़ा रास्ते में सोन नदी पुल घाट, तिपान नदी में निगौरा घाट, बहुटाडांड घाट, गोधन घाट, सिवनी घाट, बलबहरा घाट, चोरभठी घाट, तिपान-अलान नदी के संगम में सुलकारी घाट, जैतहरी में गोबरी घाट के साथ ही अलान नदी के खोडऱी घाट (महेशा टोला), वेंकटनगर, बजरंग घाट खैरीटोला, कुम्हारन घाट कदमसरा सहित अन्य घाटों से प्रतिदिन सैंकड़ों से अधिक ट्रैक्टर वा अन्य वाहन अवैध तरीके से रेत का अवैध उत्खनन कर परिवहन करते हुए सड़को में दौड़ते नजर आते है। चढ़ावें के नजराने में फंसे जैतहरी थाना प्रभारी सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार जैतहरी थाना प्रभारी प्रकाश चंद्र कोल जैतहरी थाना क्षेत्र में आने वाले प्रमुख नदियों के लगभग 26 घाटों से सैंकड़ों ट्रैक्टर को संरक्षण देने की जवाबदारी स्वयं ली है। जिस पर उन्हे प्रति टैक्टर के हिसाब से मासिक 15 हजार रूपए नजराने के तौर पर चढ़ावा मिलता है, अब इतना बड़ेा चढ़ावा थाना प्रभारी जैतहरी थाना क्षेत्र में रेत के अवैध परिवहन पर शून्य कार्यवाही किया जाना लाजमी है।

सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार थाना प्रभारी जैतहरी प्रकाश चंद्र कोल वर्ष 2005 में जैतहरी थाना में ही प्रधान आरक्षक के पद पर पदस्थ रह चुके है। इसके साथ थाना चचाई प्रभारी एवं यातायात अनूपपुर का कार्यभार संभाला गया था। इस दौरान इन्होने अपनी पूरी साख पहले ही जमा ली थी, और अब साख को नजराने की दोस्ती अपनाने का अवसर मिला है। चढ़ावा देते ही माफियाओं की शुरू होती दबंगई एक तरफ जहां जिले के 18 खदानों को दिल्ली के अमन सेठी द्वारा 35 करोड़ में ठेका लिया गया था, लेकिन ठेके में शामिल 18 खदानों में महज 6 खदानों में कार्य करने की अनुमति मिल पाई थी। वहीं जिले के हर थाना क्षेत्रों में हो रही रेत चोरी के मामले में ठेकेदार को खनिज विभाग सहित पुलिस से किसी तरह का सहयोग नही मिलने के कारण जिले की खदानों को सरेंडर करना पड़ा है। लेकिन चढ़ावा की राशि का वजन इतना ज्यादा है कि भारी भरकम के चंदा को देने के बाद माफियाओं द्वारा जैतहरी क्षेत्र अंतर्गत आने वाले प्रमुख नदियों जिनमें सोन, तिपान व अलान सहित गुजर नाला का अस्तित्व संकट में आ चुका है। वहीं खनिज विभाग में पदासीन खनिज अधिकारी आशा लता वैद्य जहां कार्यालय में कुर्सी तोड़ती नजर आती है, वहीं खनिज निरीक्षक ईशा वर्मा को प्रतिदिन जिले भर में हो रहे रेत उत्खनन वा परिवहन के सैकड़ा वाहनों उनके आंखों के सामने से निकलने के बाद भी उन्हे 2 या 4 वाहन भी ढूंढने से नही मिलते।    


बिलासपुर-अनूपपुर रेलखंड खोंगसरा एवं भनवारटंक के बीच मालगाड़ी के 23 डिब्बे उतरे पटरी से, यातायात प्रभावित

6 यात्री गाड़ियों को किया रद्द, 9 गाड़ियों का मार्ग किया परिवर्तित एवं 4 बीच रास्ते में रद्द अनूपपुर। बिलासपुर-अनूपपुर रेलखंड के छत्तीसगढ़ के ...