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गुरुवार, 12 जुलाई 2018

विद्युत कर्मचारियों का योग शिविर १७ से



अनूपपुर। म.प्र. विद्युत वितरण कं. प्रा. लिमिटेड के कार्यपालन यंत्री प्रमोद कुमार गेडाम के दिशा निर्देश पर जिले के सभी विद्युत अधिकारियों एवं कर्मचारियों का तीन दिवसीय योग प्रशिक्षण १७ जुलाई मंगलवार से प्रात: ५.३० से ७.३० बजे तक स्व-सहायता भवन अनूपपुर में शिविर के माध्यम से प्रशिक्षित किया जाएगा। जहां शिविर में पतंजलि योग प्रभारी जय प्रकाश नारायण शर्मा द्वारा योग का प्रशिक्षण देगे। जिसके लिए समस्त विद्युत अधिकारी एवं कर्मचारियों से योग प्रशिक्षण प्राप्त करने उपस्थित होने की अपील की है।

रेत का अवैध परिवहन करते डंफर जब्त



अनूपपुर भालूमाडा थाना अंतर्गत ११ जुलाई की रात पुलिस द्वारा ग्राम धुरवासिन में रेत के अवैध परिवहन करते एक डंफर वाहन क्रमांक एमपी ६५ जीए १४४२ को रोकते हुए वाहन चालक से वाहन में लोड रेत से संबंधित दस्तावेजो की मांग की गई। जहां वाहन चालक द्वारा मौके पर किसी भी तरह का दस्तावेज उपलब्ध नही कराया गया। जिसके बाद पुलिस ने वाहन को जब्त कर खनिज अधिनियम के तहत कार्यवाही की गई।

जिला पंचायत उपाध्यक्ष की लगातार जिला प्रशासन कर रहा उपेक्षा

पुष्पराजगढ़ में हुए विभिन्न कार्यक्रमो में आमंत्रण न देकर किया गया अपमानित
अनूपपुर विगत कुछ समय से भाजपा शासन के अधीन प्रशासनिक तंत्र जिला पंचायत उपाध्यक्ष राम सिहं आर्मों की लगातार उपेक्षा कर रहे है। जहां ग्राम पंचायत तुलरा में संचालित हाई स्कूल के उन्नयन हायर सेकेण्ड्री में किए जाने वाले उद्घाटन समारोह में पुष्पराजगढ़ विधायक फुंदेलाल सिंह मार्को, पूर्व विधायक एवं जिला पंचायत सदस्य सुदामा सिंह सिंग्राम जनपद पंचायत अध्यक्ष हीरा सिंह श्याम आदि जन प्रतिनिधियों को ससम्मान बुलाया गया था, लेकिन पुष्पराजगढ़ के ही जिला पंचायत उपाध्यक्ष राम सिंह आर्मो को इसकी जानकारी देना तक उचित नही समझा गया। जबकि जिला पंचायत उपाध्यक्ष राम सिंह आर्मो शिक्षा विभाग के पदेन सभापति भी है,
ग्राम खजुरवाह में भी की गई उपेक्षा
जनपद पुष्पराजगढ़ के ग्राम पंचायत खजुरवाह में नलजल प्रदाय योजना के शिलान्यास में जिला पंचायत उपाध्यक्ष रामसिंह आर्मो लिखे जाने की जगह उक्त शिला पर क्षेत्रीय जिला पंचायत सदस्य लिखा गया, लगातार उपेक्षित किए जा रहा हे। जिसका कारण जिला पंचायत उपाध्यक्ष रामसिंह आर्मो का महज भाजपा के कार्यकर्ता नहीं होने की सजा, जनप्रतिनिधि नही होने का दर्जा, शिक्षा विभाग के पदेन अध्यक्ष नहीं मानती। जिसका जवाब किसी के पास नही है। ग्राम खजुरवाह जिला पंचायत उपाध्यक्ष रामसिंह आर्मो का चुनाव क्षेत्र रहा हैं, जहां कि जनता ने उनका चयन कर जिला पंचायत भेजा गया, जहां उसी गांव में उन्हे बेइज्जत होना पड़ा।
इन कार्यक्रमो में हो चुकी उपेक्षा
जिला पंचायत उपाध्यक्ष का पुष्पराजगढ़ के विभिन्न ग्रामो में किए गए विभिन्न योजनाओं के कार्यक्रमो में उपेक्षा की गई, जिनमें किरगी नलजल प्रदाय योजना, मुख्यमंत्री संवल योजना, खजुरवाह नलजल योजना, तुलरा हायर सेकेण्ड्री उन्नयन, बिजली बिल माफी योजना, आदर्श ग्राम भ्रमण कार्यक्रम से लेकर विगत तीन वर्षो से निर्वाचित उपाध्यक्ष रामसिंह आर्मों का सैंकडों कार्यक्रमो पर इसी तरह की उपेक्षा की गई है। जिससे रामसिंह आर्मों अपने आप को अपमानित महसूस कर रहे है।
इनका कहना है
लगातार मेरी उपेक्षा किया जाना मेरे समझ से परे है, यह राजनीति षड्यंत्र है, जिसके माध्यम से मेरे ही चुनाव क्षेत्र में मुझे ही अपमानित किया जा रहा है। जिसकी शिकायत मेरे द्वारा राजपाल महोदय को रजिस्टर्ड डाक के माध्यम से की गई है।
रामसिंह आर्मो, जिला पंचायत उपाध्यक्ष अनूपपुर



पौध प्रसाद से प्रकृति संरक्षण की अनूठी पहल



नर्मदा मंदिर एवं जिला प्रशासन का उत्कृष्ट प्रयास
अनूपपुर प्रकृति की गोद मे बसा अनूपपुर का अमरकंटक क्षेत्र पूरे प्रदेश मे पर्यावरण के प्रति जागरूकता लाने का केंद्र रहा है। पूरे प्रदेश मे पर्यावरण एवं नदियों के संरक्षण प्रति जागृति लाने के उद्देश्य से की गयी
नमामि देवी नर्मदे सेवा यात्रा का प्रारम्भ एवं समापन इसी क्षेत्र मे हुआ है। इस यात्रा ने प्रदेश नहीं अपितु सम्पूर्ण विश्व मे जल संरक्षण एवं जीवनदायिनी नदियों के पुनर्जीवन हेतु अलख जगाई। जीवन को शांति पूर्वक जीने एवं प्रगति पथ पर सदैव आगे बढ़ते रहना यहाँ की स्वाभाविक वृत्ति है। गत वर्ष नर्मदा नदी के तटीय क्षेत्रो मे किये गए वृक्षारोपण मे स्थानीय जनो की सहभागिता यहाँ के लोगों की पर्यावरण के प्रति संवेदनशीलता को निरूपित करती है।

संभागायुक्त ने कहां कि आज क्षेत्र के लिए गौरव का दिन है। प्रकृति के संरक्षण मे समुदाय की सहभागिता नितांत आवश्यक है। आमजनों के सहयोग के बिना पर्यावरण संरक्षण एवं संवर्धन की संकल्पना अधूरी है। उक्त विचार संभागायुक्त जे के जैन ने नर्मदा मंदिर मे पूजित पौधों को प्रसाद के रूप मे प्रदान करने की पहल की शुरुआत मे व्यक्त किए। आपने कहा पर्यावरण संरक्षण केवल व्यक्ति विशेष, शासन की जिम्मेदारी नहीं अपितु समस्त समुदाय की जिम्मेदारी है। इस अभियान की सफलता सभी की सक्रिय सहभागिता पर आधारित है। आपने कहा पौधप्रसाद की पहल का मुख्य लक्ष्य अधिकाधिक पौधारोपण,उनके संरक्षण के साथ, प्रकृति के प्रति जिम्मेदारी व लगाव का भाव लाना है। पूजित पौधों के प्रति श्रद्घा के भाव से पर्यावरण संरक्षण का भाव लाने हेतु यह पहल की गयी है। श्री जैन ने समस्त दर्शनार्थियों से आग्रह किया है कि प्रसाद मे प्राप्त पौधों का रोपण कर उनकी सेवा कर उन्हे वृक्ष का रूप प्रदान करें। साथ ही अपने आस पास के लोगों मे भी पर्यावरण के प्रति जागरूकता का भाव लाने का प्रयास करें।
इस अवसर पर मुख्य वन संरक्षक ए.के.जोशी ने कहां कि वर्तमान समय मे लगभग सभी नागरिक मनुष्य के विकृत आचरण से पर्यावरण मे पड रहे दुष्प्रभाव से परिचित हैं। परंतु जानकारी का होना और उसको आचरण मे लाना दो पृथक विषय हैं। इसके लिए स्व्प्रेरणा आवश्यक है। इसी स्व्प्रेरणा की अनुभूति हेतु यह अभियान लाया गया है। यह जन जन का अभियान है। श्री जोशी ने बताया यदि दर्शनार्थी अपने घर मे ले जाकर वृक्षो को लालन पालन करना चाहते हैं तो वे पौधे अपने साथ ले जाए अगर किसी कारण वश ऐसा कर पाने मे वे असमर्थ हैं तो वृक्षारोपण हेतु भूखंड का चयन पौधों की प्रजाति के अनुकूल किया जा चुका है। दर्शनार्थी उन पौधों का रोपण चिन्हित स्थलों मे कर सकेंगे। चिन्हित स्थलों मे पौधों का रखरखाव वन विभाग द्वारा किया जाएगा।
कलेक्टर अनुग्रह पी ने कहां कि संभागायुक्त की इस पहल को सफल बनाने मे जिला प्रशासन एवं नर्मदा मंदिर अमरकंटक के प्रयास के साथ आम जानो का सहयोग आवश्यक है। यह प्रयास पर्यावरण संरक्षण के प्रति लोगों के जु$डाव के लिए है। यह जुड़ाव न सिर्फ अमरकंटक क्षेत्र वरन समस्त मानव जाति के लिए उदाहरण बनेगा।
गोबर से बने गमलों से पर्यावरण संरक्षण एवं पौधो को पोषकतत्वों को प्रदान करने की पहल
इस कार्यक्रम मे जिला प्रशासन द्वारा गोबर से बने गमलों के माध्यम से पौधों को प्रदान करने की पहल भी की गयी। साथ ही गोबर से गमलों को बनाने की मशीन का भी प्रदर्शन कृषि विभाग द्वारा उपस्थित आगन्तुको के समक्ष किया गया। गोबर के गमलों से न केवल पशुपालक को अतिरिक्त लाभ प्राप्त होगा साथ यह ही ऐरा प्रथा की रोकथाम मे भी सहायक होगा। गोबर से निर्मित गमलों से प्लास्टिक प्रदूषण कम होगा साथ ही पौधों को उपयोगी पोषक तत्वों  की प्राप्ति भी होगी जो कि पौधो की वृद्घि एवं अच्छे स्वास्थ्य मे सहायक होगी। कलेक्टर ने बताया क्षेत्र के द्वारा किया गया यह अनूठा प्रयास  अन्य जिलो के लिए भी भविष्य मे मार्गदर्शक बनेगा।
नर्मदा मंदिर अमरकंटक के पूज्य नीलू महाराज ने सभी श्रद्घालुओं को बताया की एक वृक्ष की सेवा कर उसे बडा करना समाज को 10 योग्य संतानों की सेवा देने के बराबर पुण्य का कार्य है। आपने बताया कि ऋग्वेद मे भी वृक्षारोपण से होने वाले पुण्य की बात कही गयी है। आपने सभी प्रकार के पौधों का महत्व एवं उनके वृक्षारोपण के स्थान के बारे मे भी विस्तृत जानकारी प्रदान की। महाराज ने सभी श्रद्घालुओं को बताया कि पुराणो के अनुसार हर एक व्यक्ति को कम से कम तीन पौधों का वृक्षारोपण कर उसकी सेवा अनिवार्यत:करनी चाहिए।

संभागायुक्त व कलेक्टर समेत कई श्रद्घालुओं ने पौधों को पुत्रवत मान सेवा करने की शपथ ली




दो हजार श्रद्घालुओं ने किया पौधारोपण
अनूपपुर पूजित पौधों को प्रसाद के रूप मे प्रदान करने की पहल की शुरुआत मे दो हजार पौधो का रोपड़ किया  गया। उल्लेखनीय है कि प्रतिदिन लगभग 1500 से 2000 श्रद्घालु अमरकंटक मंदिर का भ्रमण प्राकृतिक सौंदर्य के दर्शन एवं धार्मिक कारणो से करते हैं। इस प्रकार लगभग वर्ष मे औसतन 2 से 3 लाख श्रद्घालु एवं दर्शनार्थी यहाँ आते हैं। अगर सभी अपना कर्तव्य निभाएंगे तो निसंदेह पर्यावरण संरक्षण के लिए किसी अतिरिक्त प्रयास की आवश्यकता नहीं होगी। इस वृक्षारोपण अभियान के प्रथम दिवस 2000 पौधों को श्रद्घालुओं ने रोपण किया और अपने साथ भी ले गए जहां वे अपने घरो मे इनका रोपण कर देखभाल करेंगे। इस अवसर पर पौध प्रसाद प्राप्त करने वाले श्रद्घालुओं ने पौधे को पुत्रवत मानकर उसके रोपण एवं पालन पोषण करने की शपथ ली। पूजित पौधों के प्रदाय के समय अमरकंटक विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष अंबिका प्रसाद तिवारी, नर्मदा मंदिर अमरकंटक के ट्रस्टी उमेश द्विवेदी, हनुमानदास महाराज, जनप्रतिनिधि ,एवं बड़ी संख्या मे श्रद्घालु एवं आमजन उपस्थित थे।

स्टेशन से गुजर रही थी मालगाड़ी पर जोरदार धमाका के साथ उठी चिंगारियां, जांच जारी

कुछ देर के लिए रेल यातायात प्रभावित, एक घंटे खड़ी रही बरौनी गोंदिया जैतहरी में अनूपपुर। मध्यप्रदेश के अनूपपुर जिला मुख्यालय के रेलवे स्टेशन ...