पूर्व विधायक के घर में बैठक में लिया निर्णय गहनिया प्रत्याशी नहीं है स्वीकार
अनूपपुर। भाजपा ने शुक्रवार को अपने 177 उम्मीदवारों की घोषणा की है,जिसमें अनूपपुर जिले की तीन विधानसभा सीटों में दोकी घोषणा कर दी है। जिसमें पुष्पराजगढ़ से नरेंद्र मराबी एवं
कोतमा से पूर्व विधायक दिलीप जायसवाल को अपना प्रत्याशी बनाया है। जिसे लेकर दोनों
ही जगह विरोध के स्वर उठने लगे हैं। सबसे ज्यादा असर पुष्पराजगढ विधानसभा में देखने
को मिल रहा है, जहां
सुबह से ही पूर्व विधायक सुदामा सिंह के घर में गहमा-गहमी का माहौल रहा है, जो दोपहर के बाद पुष्पराजगढ
क्षेत्र के सभी नेता एक होकर पार्टी द्वारा घोषित प्रत्याशी को बदलने की मांग है। इस
बैठक में टिकट के दावेदार पूर्व विधायक सुदामा सिंह सिंग्राम, जनपद अध्यक्ष हीरा सिंह श्याम, अनुसूचित जनजातीय मोर्चा
जिलाध्यक्ष नर्मदा सिंह, अनुसूचित जनजातीय प्रदेश कार्यकारिणी अध्यक्ष रेवा सिंह, जिला उपाध्यक्ष अरूण चौकसे, पांचों मण्डल अध्यक्ष क्रमश: राजेंद्रग्राम राजेंद्र चतुर्वेदी, अमरकंटक पन्ना नायक, बेनीबारी इंद्रजीत सिंह, करपा कमला सिंह एवं वेंकटनगर
लक्ष्मी गुप्ता सहित महिला मोर्चा ने भी हिस्सा लिया। इस दौरान सभी ने एक स्वर से प्रत्याशी
का विरोध किया। बैठक में कहा गया कि भाजपा के सर्वे एवं संघ की सूची में जिस व्यक्ति
का नाम नहीं था उसे मैदान में कैसे उतारा गया, यह पुष्पराजगढ के आदिवासियों के साथ छल है। समय रहते अगर प्रत्याशी
नहीं बदला गया तो एक समानांतर भाजपा से हम सभी पुष्पराजगढ़ भाजपा का प्रत्याशी पार्टी
के विरोध में होगा। इतना ही नहीं सभी ने एक स्वर से कहा कि अगर पार्टी हमारी बातों
पर ध्यान नहीं देती तो हम सभी सामूहिक स्तीफा भी देंगे। पार्टी अध्यक्ष को लिखे पत्र
में यह आरोप लगाया है कि नरेंद्र मराबी अनूपपुर विधानसभा के मूल निवासी हैं। पुष्पराजगढ
के कांग्रेस परिवार में इनकी ससुराल होने से इन्हें इस क्षेत्र का प्रत्याशी कैसे घोषित
किया जा सकता है। यह पुष्पराजगढ के कार्यकर्ताओं
को स्वीकार नहीं है। बैठक में उपस्थित लोगों ने कहा कि हमें गहनियां व बाहरी प्रत्याशी को मतदान नहीं करेंगे, यह हमारी आवाज नहीं है बल्कि
इस पूरे क्षेत्र के मतदाताओं की भी आवाज है, इससे पार्टी को नुकसान उठाना पड़ सकता है। अनुसूचित जनजातीय
मोर्चा के जिलाध्यक्ष नर्मदा सिंह ने मुख्यमंत्री पर आरोप लगाते हुए कहा कि मुख्यमंत्री
हिमाद्री सिंह से डर गये हैं, इसीलिए मनाने के लिए उनके पति को टिकट दिया गया है, ऐसे में हम इसके विरोध में
हैं। दूसरी ओर कोतमा विधानसभा में दिलीप जायसवाल के टिकट देने पर कोतमा नगर के कुछ
पार्षदों और कार्यकर्ताओं ने इसका विरोध जताते हुए कहा कि जिसने टिकट दी वही चुनाव
जितायेगा।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें